चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही चल रही राजनीतिक उठापटक का दौर अब तक जारी है। अब राज्यपाल की ओर से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने के प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। अब इंतजार है तो बस राष्ट्रपति की मंजूरी का।
राज्यपाल ने की राष्ट्रपति शासन की सिफारिश
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की थी जिसके बाद केंद्रीय कैबिनेट ने भी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब राष्ट्रपति शासन महज एक कदम दूर रह गया है। जैसे ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी मिल जाती है उसके बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा।
राजनीतिक हलचल हुई तेज
कैबिनेट द्वारा राष्ट्रपति शासन को मंजूरी मिलते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस नेता संजय झा ने इस पर ट्वीट कर कहा, ‘होशियारी नहीं! राज्यपाल के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।’ साथ ही शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की खबरों पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘जब एनसीपी को दिया का वक्त खत्म नहीं हुआ है, तो ऐसे में माननीय राज्यपाल राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कैसे कर सकते हैं?’
पीएम मोदी ने बुलाई बैठक
बता दें महाराष्ट्र में राज्येपाल ने बीजेपी, शिवसेना के बाद एनसीपी को भी मंगलवार शाम साढ़े 8 बजे तक समर्थन जुटाने का समय दिया था। लेकिन राज्यपाल को ऐसा लगा कि कोई भी दल या गठबंधन स्थिर सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है। इसके बाद उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की। हालांकि, अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर में ब्राजील दौरे के लिए रवाना हुए हैं उससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र के सियासी संकट पर अपने आवास पर कैबिनेट बैठक बुलाई थी जिसमें राष्ट्रपति शासन लागू करने को लेकर अहम चर्चा हुई।