चैतन्य भारत न्यूज
मणिपुर की एक 9 साल की बच्ची इन दिनों जमकर सुर्खियों में हैं। पर्यावरण संरक्षण को लेकर उसके छोटे से प्रयास की खूब तारीफ हो रही है। मणिपुर के काकिंग जिला स्थित हियांगलाम माखा लईकाई की रहने वाली एलंगबाम वेलेंतिना को मुख्यमंत्री ने ‘ग्रीन मणिपुर मिशन’ का एंबेसडर बनाया गया है।
Manipur: Valentina Elangbam, a 9-year-old from Hiyanglam Makha Leikai in Kakching district, was made the ambassador of “Chief Minister’s Green Manipur Mission”, after a video of her crying over axing of trees, that she had planted, went viral. pic.twitter.com/a6UnuulG0J
— ANI (@ANI) August 9, 2019
पांचवीं क्लास में पढ़ने वाली इस बच्ची का चुनाव भी सरकार द्वारा एक खास वजह से किया गया है। इस बच्ची को इतना बड़ा सम्मान देने के पीछे एक रोचक कहानी है। दरअसल राज्य के काकचिंग जिले में सड़क चौड़ीकरण के लिए कई पेड़ काटे जा रहे थे। इसमें एलंगबाम के द्वारा लगाए गए पेड़ भी शामिल थे। जब सड़क बनाने वाली टीम ने एलंगबाम द्वारा लगाए पेड़ काटना शुरू किए तो वह जोर-जोर से रोने लगी। इसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
She cry for felling down of 2 trees which she planted when she was only in class 1.We rushed at her place and tried to console her providing more saplings. Now She will be the State government,s “Green Ambassador”for C M,s Green Manipur Mission “ let’s follow her, save nature pic.twitter.com/kGuFsDCPYf
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) August 7, 2019
जब यह बात मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह तक पहुंची तो उन्होंने एलंगबाम को राज्य का ग्रीन एम्बेसडर बनाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि लोगों के लिए वह एक उदाहरण बन सकती है। हम उसकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘हमने 18 जुलाई को मुख्यमंत्री ‘ग्रीन मणिपुर मिशन’ को लॉन्च किया था। वीडियो देखने के बाद अचानक मेरे दिमाग में यह बात आई कि इस बच्ची को मिशन का ग्रीन एम्बेसडर बनाया जाना चाहिए। बुधवार को इसके आदेश सरकार ने जारी कर दिए हैं।’
V Elangbam: I planted those trees 4 years ago & had been taking care of them like my own brothers, I had planted them with love. It hurt me so much when I found they were cut down when I returned from school. I want to become a Forest Officer & plant trees on all deforested hills pic.twitter.com/HkPy4MRgve
— ANI (@ANI) August 9, 2019
वहीं एलंगबाम का कहना है कि, ‘मैं बड़ी होकर वन अधिकारी बनना चाहती हूं। मैं वन अधिकारी बनकर उन पहाड़ियों पर वृक्षारोपण करना चाहती हूं जहां काफी संख्या में पेड़ काट दिए गए थे।’ स्थानीय लोगों का कहना है कि, जब एलंगबाम कक्षा एक में थी तो उसने दो गुलमोहर के पौधे लगाए थे। चार साल में यह पेड़ बन गए थे। एलंगबाम जब स्कूल से आई तब तक उसके द्वारा लगाए गए पेड़ काट दिए गए थे। इसके बाद से वह काफी देर तक रोती रही थी।