चैतन्य भारत न्यूज
मेसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी जारी तो कर दी लेकिन अब उसे तमाम अखबार में विज्ञापन देकर सफाई देनी पड़ रही है। वॉट्सऐप की नई पॉलिसी से उसे काफी नुकसान हुआ है और सबसे ज्यादा नुकसान भारत में हुआ है। प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव के बाद मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप से लोगों ने दूरी बनाना शुरू कर दिया है।
पेटीएम, फोनपे और महिंद्रा जैसी कंपनियों ने किया बहिष्कार
भारत में भी कई दिग्गज हस्तियों ने वॉट्सऐप छोड़कर सिग्नल (Signal) जैसे दूसरे मैसेजिंग ऐप का उपयोग करना शुरू कर दिया है। इनमें स्टार्टअप कंपनियां और पुराने कॉरपोरेट तथा उनके सीनियर लीडर शामिल हैं। ये लोग अब अपने वर्क चैट और इंटरनल डॉक्युमेंट्स शेयर करने के लिए सिग्नल का इस्तेमाल कर रहे हैं।
महिंद्रा और टाटा ग्रुप के चेयरमैन ने भी शुरू किया सिग्नल का उपयोग
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में सिग्नल इनस्टॉल किया है। टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन पिछले कुछ समय से सिग्नल का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अलावा टाटा ग्रुप के कई सीनियर ऑफिसर भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने अपनी टीम के लोगों को वर्क कम्यूनिकेशन के लिए वॉट्सऐप का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है।
वाॅट्सएप लगातार दे रहा सफाई
6 जनवरी को नई नीति की घोषणा के बाद भारत में 40 लाख से अधिक मोबाइल पर सिग्नल (24 लाख) और टेलीग्राम (16 लाख) ऐप डाउनलोड हुए हैं। वाॅट्सएप के डाउनलोड में इसी दौरान 35% की कमी आई है। व्हाट्सएप की लगातार सफाई देने के बाद भी लोग दूसरे एप पर तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं।