चैतन्य भारत न्यूज
माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वीं और 12वीं कक्षा का रिजल्ट बुधवार को घोषित हो चुका है। दोनों ही कक्षाओं के कई छात्र इस बार फेल हुए हैं। लेकिन जो भी छात्र फेल हुए हैं उन्हें अपनी हिम्मत हारने की जरुरत नहीं है क्योंकि साल 2016 में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने ‘रुक जाना नहीं’ नाम की एक योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत कई छात्र फेल हुए विषयों की परीक्षा ओपन स्कूल से देकर फिर से मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं। खास बात तो ये है कि इस योजना के तहत कुछ छात्र तो 84 फीसदी तक अंक ला चुके हैं।
मध्य प्रदेश ओपन परिषद के डायरेक्टर पीआर तिवारी ने बताया कि, ‘जो भी छात्र 3 विषय में फेल हुए थे उसमें से कई सारे छात्र फिर से परीक्षा देकर फर्स्ट डिवीजन में पास हुए हैं। ‘रुक जाना नहीं’ योजना के तहत छात्रों का पूरा साल बर्बाद नहीं होता। इसलिए फेल होने वाले छात्रों को बिलकुल भी निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि वे रिजल्ट के बाद राज्य ओपन में आवेदन कर सकते हैं।’
साल में 3 बार परीक्षा दें सकते हैं छात्र
‘रुक जाना नहीं’ योजना के अंतर्गत सालभर में 3 बार यानी जून, सितंबर और दिसंबर में परीक्षा होती है। पीआर तिवारी ने बताया कि, ‘इस योजना की शुरुआत 2016 में हुई थी। अब तक इस योजना के तहत करीब 2 लाख 1 हजार छात्र पास हाे चुके हैं। सीबीएसई परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों के लिए इस बार से ये योजना शुरू की गई है। आप इसकी अधिक जानकारी मध्य प्रदेश राज्य ओपन स्कूल शिक्षा परिषद की वेबसाइट से ले सकते हैं।’
हेल्पलाइन से भी सलाह लें सकते हैं
इसी तरह का एक बोर्ड दिल्ली में एनआईओएस के नाम से भी है। ये बोर्ड भी फेल हुए छात्रों की परीक्षा आयोजित करवाकर उन्हें एक और मौका देता है। छात्र चाहे तो वह मदद के लिए हेल्पलाइन से भी सलाह ले सकते हैं। हेल्पलाइन के प्रभारी डॉ. हेमंत शर्मा ने सभी छात्रों को उनका रिजल्ट सकारात्मक रूप से लेने की सलाह दी है। उन्होंने ये भी कहा है कि, रिजल्ट आते समय या उसके बाद सभी अभिभावक अपने बच्चे के साथ रहें। यदि छात्रों को अपने करियर को लेकर या करियर चयन को लेकर किसी प्रकार की मुश्किल है या सवाल है तो वह विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लें सकते हैं।