चैतन्य भारत न्यूज
मुंबई में एक और इमारत गिरने की खबर सामने आई है। यहां डोंगरी इलाके में 4 मंजिला इमारत का आधा हिस्सा गिर गया है। सूत्रों के मुताबिक, हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। मलबे के नीचे 40 से 50 लोगों के दबे होने की आशंका है। हादसे की सूचना मिलते ही राहत और बचाव दल मौके पर पहुंच गया है। साथ ही एम्बुलेंस और एनडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं।
Mumbai: Kesarbai building has collapsed at Tandel street, in Dongri. More than 40 people are feared trapped. pic.twitter.com/H2eVbtgaH6
— ANI (@ANI) July 16, 2019
Mumbai: A team of National Disaster Response Force (NDRF) has rushed to the building collapse site in Dongri. https://t.co/MrPzbgHSfc
— ANI (@ANI) July 16, 2019
बीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि, अभी यह पुख्ता जानकारी नहीं दी जा सकती है कि मलबे में कितने लोग फंसे हुए हैं। लेकिन 40 से 50 लोगों के फंसे होने की आशंका है। फिलहाल मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की प्राथमिकता है।
#Mumbai: Search and rescue operation underway at Dongri building collapse site. pic.twitter.com/KkKOyC4p3N
— ANI (@ANI) July 16, 2019
कुछ अधिकारियों ने कहा कि, जो इमारत गिरी है वो जर्जर हालत में थी। इमारत की बुनियाद कमजोर थी शायद इस वजह से यह हादसा हुआ है। इमारत किस वजह से गिरी है इसके बारे में तत्काल कुछ कह पाना मुश्किल है। इस हादसे पर अब राजनीति होना शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता अमीन पटेल ने कहा कि, इस तरह के सभी हादसों का जिम्मेदार महाराष्ट्र गृहनिर्माण व विकास प्राधिकरण (म्हाडा) है।
Mumbai: Four-storey Kesarbai building has collapsed in Dongri. More than 40 people are feared trapped. pic.twitter.com/dZNdF2xQg0
— ANI (@ANI) July 16, 2019
स्थानीय लोगों ने इस हादसे का जिम्मेदार बीएमसी को ठहराया है. उनका कहना है कि इस तरह के सभी हादसे के लिए बीएमसी ही पूरी तरह जिम्मेदार है। लोगों ने कहा कि, ‘बीएमसी के अधिकारी हर वर्ष कमजोर इमारतों का लेखाजोखा तैयार करते हैं। एक हादसे के बाद दूसरे हादसे के लिए बीएमसी और राज्य सरकार को इंतजार रहता है। हर एक हादसे के बाद मंत्री, विधायक और अधिकारी इस तरह की समस्या से निपटने का दावा करते हैं। लेकिन आप खुद देख सकते हैं कि डोंगरी में क्या हुआ है।’