चैतन्य भारत न्यूज
मुंबई. इंदौर में भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा निगमकर्मी को बल्ले से पीटने का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि इसी बीच एक और विधायक द्वारा नगर पालिका के इंजीनियर से बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। इस बार महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे और कांग्रेस विधायक नितेश राणे ने इंजीनियर से बदसलूकी की है। उन्होंने अपने समर्थकों से इंजीनियर प्रकाश शादेक पर कीचड़ से भरी बाल्टी डलवाई।
#WATCH: Congress MLA Nitesh Narayan Rane and his supporters throw mud on engineer Prakash Shedekar at a bridge near Mumbai-Goa highway in Kankavali, when they were inspecting the potholes-ridden highway. They later tied him to the bridge over the river. pic.twitter.com/B1XJZ6Yu6z
— ANI (@ANI) July 4, 2019
गुरुवार को कणकवली इलाके में कणकवली से विधायक राणे ने नगर पालिका के डिप्टी इंजीनियर प्रकाश शादेकर को सड़क निरीक्षण के लिए बुलाया था। जैसे ही इंजीनियर वहां पहुंचे तो राणे के समर्थकों ने इंजीनियर को पुल की रेलिंग से बांधने का भी प्रयास किया। इतना ही नहीं उन्होंने तो इंजीनियर को समर्थकों से कीचड़ से नहला दिया। विरोध करने पर उनके साथ हाथापाई भी की गई। दरअसल, मुंबई और पुणे के आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। बारिश के कारण मुंबई-गोवा हाईवे पर बड़े-बड़े गड्डे हो गए और उनमे कीचड़ जमा हो गया। विधायक इसी वजह से नाराज थे और उन्होंने इंजीनियर को निरीक्षण के लिए बुलाया था।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो देख सोशल मीडिया यूजर्स राणे की खूब आलोचना भी कर रहे हैं। घटना के बाद राणे ने कहा कि, ‘इसके माध्यम से हमने इंजीनियर को यह बताने की कोशिश की है कि कैसे लोग बारिश के बाद परेशान होते हैं।’ इस घटना से निगम कर्मचारी बेहद नाराज हैं और उन्होंने विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।
कौन हैं नितेश राणे
नितेश राणे महाराष्ट्र विधानसभा में कांकावली सीट से विधायक हैं। उन्होंने साल 2014 के विधानसभा चुनाव में 25 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीता था। इसके अलावा राणे ‘स्वाभिमान संगठन’ नाम से एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) भी चलाते हैं। उनका एनजीओ महाराष्ट्र और मुंबई में युवाओं की बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाएं और बुनियादी जरूरतों जैसे मुद्दों को उठाता रहा है। राणे ने यूके से एमबीए की पढ़ाई पूरी की है। भारत आने के बाद उन्होंने राजनीति में एंट्री ली। वह मुंबई यूथ कांग्रेस के महासचिव भी रह चुके हैं।