चैतन्य भारत न्यूज
शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा के बाद देवी की प्रतिमा को विसर्जित कर दिया जाता है। इसी के साथ नवरात्रि की समाप्ति भी होती है। नवरात्रि में नवमी के दिन मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है। इस साल नवमी 7 अक्टूबर को पड़ रही है। तो आइए जानते हैं देवी की प्रतिमा को विसर्जित करने का शुभ मुहूर्त और नियम।
समापन का शुभ मुहूर्त
7 अक्टूबर सोमवार को नवमी तिथि 03:05 बजे तक है। नवमी तिथि के बाद से ही दशमी लग जाएगी। ऐसे में दुर्गा विसर्जन के लिए विशेष शुभ मुहूर्त सोमवार को सुबह 06:17:33 से 08:37:59 तक रहेगा।
विसर्जन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
- मां देवी का विसर्जन नदी या सरोवर में करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- मां की प्रतिमा, घट या जवारे को पूरी आस्था और पंचोपचार के साथ विसर्जित करें।
- विसर्जन से पहले मां की भक्तिभाव से आरती उतारें।
- विसर्जन के दौरान देवी मां से अपने द्वारा हुई भूल-चूक की माफी मांगे।
- विसर्जन के बाद एक नारियल, दक्षिणा और चौकी के कपड़ें को किसी ब्राह्मण को दान करना शुभ माना जाता है।