चैतन्य भारत न्यूज
नवरात्रि 29 सितंबर यानी आज से शुरू चुकी है। नवरात्रि के दौरान शक्ति की देवी मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। मान्यता है कि जो भी भक्त मां दुर्गा की पूजा पाठ सच्चे मन से करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है। नवरात्रि के दौरान कई सारी बातों का ख्याल रखना पड़ता है साथ ही कलश की स्थापना भी पूरे विधि-विधान के साथ की जाती है। तो आइए जानते हैं कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और स्थापना विधि।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
- कलश स्थापना की तिथि: 29 सितंबर 2019
- कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त: 29 सितंबर 2019 को सुबह 06 बजकर 16 मिनट से 7 बजकर 40 मिनट तक।
कैसे करें कलश स्थापना
- नवरात्रि के पहले दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ कपड़े धारण कर लें।
- मंदिर की साफ-सफाई करने के बाद सबसे पहले गणेश जी का नाम लें और फिर मां दुर्गा के नाम से अखंड ज्योत जलाएं।
- कलश स्थापना के लिए मिट्टी के पात्र में मिट्टी डालकर उसमें जौ के बीज बोएं।
- इसके बाद एक तांबे के लोटे पर रोली से स्वास्तिक बनाएं। लोटे के ऊपरी हिस्से में कलावे से बांधें।
- अब इस लोटे में पानी भरकर उसमें कुछ बूंदें गंगाजल की मिलाएं। फिर उसमें सवा रुपया, दूब, सुपारी, इत्र और अक्षत डालें।
- अब कलश में अशोक या आम के पांच पत्ते लगाएं।
- इसके बाद एक नारियल को लाल कपड़े से लपेटकर उसे कलावे से बांध दें। अब इस नारियल को कलश के ऊपर रख दें।
- कलश को तैयार कर मिट्टी के उस पात्र के बीच रख दें जिसमें आपने जौ बोएं हैं।
- कलश स्थापना के दौरान आप नौ व्रतों को रखने का संकल्प लें।