चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने में अब एक ही दिन बाकी है। ऐसे में तीन दोषियों से उनके परिवारवालों ने अंतिम मुलाकात की है। इस दौरान दोषियों के परिजन बंद कमरे में मिले। हालांकि एक और दोषी अक्षय के परिवारवाले अभी उससे मिलने नहीं आए हैं। अक्षय की पत्नी और उसके माता-पिता को मिलने के लिए बुलाया गया है। अक्षय की पत्नी बिहार के औरंगाबाद के एक फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी भी दाखिल कर चुकी है।
इसी बीच चारों दोषियों में से एक विनय ने जेल के एक अधिकारी से कहा कि, ‘अगर हमें फांसी देने से देश में बलात्कार रुक जाएंगे तो बेशक हमें फांसी पर लटका दो, लेकिन यह बलात्कार रुकने वाले नहीं हैं।’ अधिकारी ने बताया कि अब फांसी देने के लिए केवल एक दिन बचा है। मुकेश को छोड़कर बाकी तीनों को देखकर अभी भी ऐसा नहीं लग रहा है, जैसे इन्हें एक दिन बाद फांसी पर लटकाया जाना है।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को फांसी का रिहर्सल किया गया, जिसे कामयाब होना बताया गया है। जेल अधिकारियों ने बताया कि 20 मार्च की सुबह 5:30 बजे चारों को फांसी पर लटकाने के लिए इन्हें 3 बजे उठा दिया जाएगा। हालांकि, अपनी फांसी होने की बात देखते हुए इन्हें 19-20 मार्च की रात को नींद आना मुश्किल ही है। गौरतलब है कि, इससे पहले तीन बार डेथ वारंट जारी हो चुका है, इस दौरान दोषी कानूनी दांव-पेंच के सहारे फांसी टलवाने में सफल रहे थे।
क्या है मामला?
16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में 23 वर्षीय निर्भया का सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। दुष्कर्म के दौरान निर्भया के साथ हैवानों ने ऐसी दरिंदगी की थी कि पूरे देश में लोग आंदोलन करने पर उतर गए थे। इस मामले में एक किशोर सहित छह लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें से एक दोषी राम सिंह ने मुकदमा शुरू होने के बाद तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी। जबकि एक नाबालिग 3 साल सुधारगृह में गुजारने के बाद रिहा हो गया था। वहीं बाकी चार मुकेश कुमार सिंह (32), पवन कुमार गुप्ता (25), विनय कुमार शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को फांसी देने की तारीख 20 मार्च सुबह 5.30 बजे तय की है।