चैतन्य भारत न्यूज
भोपाल. मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही सोमवार को स्थगित होने के बाद भाजपा अपने सभी विधायकों को लेकर राजभवन पहुंच गई। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने विधायकों की राज्यपाल लालजी टंडन के सामने परेड करवाई। राज्यपाल से मुलाकात के पहले सभी विधायकों ने शपथपत्र बनवा लिए थे। पार्टी ने राज्यपाल को एक ज्ञापन के साथ 107 विधायकों का शपथ पत्र भी सौंपा। इसमें कहा गया है कि कमलनाथ सरकार अपना बहुमत खो चुकी है।
यह मुलाकात दोपहर करीब दो बजे तक चली। मुलाकात के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ‘राज्यपाल लालजी टंडन ने सभी विधायकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का आश्वासन दिया है। हमने अपने सभी विधायकों को राज्यपाल के सामने प्रस्तुत कर दिया है।’ उन्होंने कहा कि, ‘कमलनाथ की सरकार अल्पमत में और अस्थिर है, यह कोरोना की आड़ लेकर बच नहीं सकती।’ चौहान ने बताया कि, ‘भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी लगाई है। केवल एक विधायक नारायण त्रिपाठी निजी कारणों से राजभवन नहीं पहुंचे थे।’
उधर, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि, ‘राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि संविधान का पालन कराया जाएगा। सभी विधायकों ने राज्यपाल से शिकायत की है कि कमलनाथ सरकार ने महामहिम के निर्देशों की अवहेलना और अवमानना की है।’
पूर्व मंत्री और पार्टी के विधानसभा में सचेतक डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि, ‘राज्यपाल ने कहा है कि उन्होंने फ्लोर टेस्ट का जो निर्देश दिया था उसका पालन हर हाल में होगा। वे अपने निर्देश का पालन कराना जानते है।’
इसी बीच, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि, ‘कमलनाथ जी की सरकार अल्पमत में है, बहुमत खो चुकी है। राज्यपाल महोदय ने सरकार को आदेश दिया था कि वो आज ही उनके अभिभाषण के बाद फ्लोर टेस्ट (बहुमत परीक्षण) करवाएं। बहुमत होता तो सरकार को दिक्कत नहीं होती लेकिन मुख्यमंत्री इससे बच रहे हैं। सरकार ‘रणछोड़दास’ बन गई है।’