चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. श्री पीजावर मठ के श्री विश्वेश तृतीयथा स्वामीजी ने उडुपी में कहा कि भारत में आतंकवाद बढ़ने के पीछे राष्ट्रीय पशु बाघ है। उन्होंने कहा कि, बाघ और आतंकवादियों की विशेषता एक ही होती है। हमने बाघ को अपना राष्ट्रीय पशु मानकर गलती की। उन्होंने सुझाव दिया कि गाय को राष्ट्रीय पशु के रूप में अपनाना चाहिए।
खबरों के मुताबिक, उडपी में संतो की मंडली ‘संत समागम’ का आयोजन किया गया था। इस दौरान बाबा रामदेव भी मौजूद थे। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, मांसाहारी भोजन ग्लोबल वार्मिंग का कारण बना है। गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने वाले कड़े कानूनों की आवश्यकता पर जोर दिया। लोगों को कम से कम गोमांस खाने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि, यह देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रत्येक नागरिक समान रूप से व्यवहार करने का हकदार है। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पेरय्या श्री पलिमार मठ के श्री विद्यादेष्ठी सिद्धांत ने कहा कि, अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद अगला कदम पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को एकीकृत करने पर होना चाहिए।
कौन है विश्वेश तृतीयथा स्वामीजी
कर्नाटक के उडुपी में स्थित श्री पीजवारा मठ के महंत श्री विश्वेश तीर्थ स्वामीजी पीएम मोदी के अध्यात्मिक गुरू हैं। स्वामी विश्वेश्वर तीर्थ पीजवारा आदोक्षजा मठ के वर्तमान पीठासीन स्वामी हैं, जो दर्शन स्कूल से संबंधित अष्ट मठों में से एक हैं। स्वामीजी को महान समाज सुधारक और राष्ट्रवादी के रूप में जाना जाता है और वे अपनी बात को हमेशा बेबाक तरीके से रखते हैं।