चैतन्य भारत न्यूज
पितृपक्ष में श्राद्ध करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और श्राद्ध कर्म के माध्यम से भोग प्रसाद ग्रहण करके हमें आशीर्वाद देकर वापस अपने लोक चले जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं हिंदू धर्म में तीन ऐसे वृक्ष हैं जिन्हें पितरों के समान माना जाता है। आइए जानते हैं आखिर कौन से हैं वे 3 वृक्ष।
ये हैं वो तीन वृक्ष
बरगद का पेड़
बरगद के वृक्ष में भगवान शिव का वास माना जाता है। यदि आपके किसी पितर को मुक्ति नहीं मिली है तो पितृ पक्ष के दौरान बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।
पीपल का पेड़
हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को बेहद पवित्र माना गया है। कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष में भगवान विष्णु का निवास होता है। विष्णु को पितृदेव के रुप में भी पूजा जाता है। इसलिए पितृ पक्ष में पीपल के पेड़ की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है।
बेल का पेड़
बेल के पेड़ में भी भगवान शिव का वास माना जाता है। पितृ पक्ष के दौरान भगवान शिव को प्रिय बेल के वृक्ष का पत्ता चढ़ाने से अतृप्त आत्मा को शांति मिलती है। कहा जाता है कि अमावस्या के दिन शिव जी को बेल पत्र और गंगाजल चढ़ाने से भी पितरों को मुक्ति मिलती है।