चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. FICCI (भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ) के 93वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को किया। भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कृषि आंदोलन के बीच फिर संकेत दे दिए हैं कि सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि, हाल में हुए कृषि सुधारों से किसानों को नए बाजार मिलेंगे, नए विकल्प मिलेंगे, प्रौद्योगिकी का ज्यादा लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा और इसका ज्यादा फायदा किसानों को होगा। नए कृषि कानून से निवेश के रास्ते खुलेंगे। हम कृषि से जुड़ी चीजों की दीवारें हटा रहे हैं। किसानों की समृद्धि से ही देश समृद्ध होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, “2020 के इस साल ने सभी को मात दे दी। इतने उतार चढाव इस दौरान देश और दुनिया ने देखे कि कुछ साल बाद यह यकीन ही नहीं होगा कि ऐसा हुआ। हालांकि जितनी तेजी से हालात बिगड़े उतनी ही तेजी से सुधर भी रहे हैं।”
The cold storage infrastructure will be modernised. This will result in more investments in the agriculture sector. Farmers will be benefitted the most out of it: PM Narendra Modi https://t.co/Uxayt2jAqF
— ANI (@ANI) December 12, 2020
उन्होंने कहा ‘‘इस साल जनवरी फरवरी के समय हम एक अज्ञात दुश्मन से लड़ रहे थे। सभी को बड़ी चिंता थी कि हालात कैसे ठीक होंगे, दुनिया का हर मानव इसी चिंता में था। लेकिन दिसंबर आते स्थिति बदली नजर आ रही है। अर्थव्यवसथा के तमाम सूचकांक भी हौसला बढ़ाने वाले नजर आ रहे हैं और उत्साह बढ़ रहे हैं।” बता दें, पीएम मोदी ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की 93वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) और वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को डिजिटल माध्यम से संबोधित किया।
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