चैतन्य भारत न्यूज
पश्चिम बंगाल से नवनिर्वाचित सांसद और मशहूर बंगाली अभिनेत्री नुसरत जहां अपनी शादी के बाद से ही विवादों के घेरे में चल रही हैं। कुछ दिनों पहले नुसरत मंगलसूत्र पहनकर और मांग में सिंदूर लगाकर संसद में शपथ लेने पहुंची थीं जिसके बाद उनकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई थी। इसके बाद सहारनपुर के इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने इस पर एतराज जताया और नुसरत के खिलाफ फतवा जारी किया था। हाल ही में बीजेपी नेता साध्वी प्राची ने मुस्लिम फतवे पर जोरदार तंज कसा है।
साध्वी प्राची ने कहा है कि, ‘अगर मुस्लिम महिलाएं किसी हिंदू से शादी कर लें और उसके बाद बिंदी-मंगलसूत्र पहने तो ये मुस्लिम मौलवी उसे हराम कहते हैं, लेकिन अगर कोई मुस्लिम, लव जिहाद के जरिए हिंदू युवती से शादी कर उसे बुर्का पहनाते हैं वह हराम नहीं है, वह जायज होता है।’ साध्वी प्राची ने आगे कहा कि, ‘यदि मुस्लिम मौलवियों को फतवे ही जारी करने थे तो वह तीन तलाक के समर्थन में करते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इन्होंने तो नुसरत जहां के खिलाफ फतवा जारी कर दिया है कि उसने मंगलसूत्र क्यों पहना और मांग क्यों भरी।’
इतना ही नहीं साध्वी प्राची ने इतना तक कह दिया कि, ‘यदि यह मौलवी अभी नहीं सुधरे तो मुझे लगता है कि यह कुछ समय में पूरे इस्लाम को भी हराम करार दे देंगे।’ साध्वी प्राची ने यह भी कहा कि, उन्हें मौलवियों की ऐसी सोच पर तरस आता है। साध्वी प्राची का बयान सामने आने के बाद देवबंद के दूसरे मौलवी ने कहा, ‘ऐसी औरतें देश में आग लगाने की कोशिश करती हैं। वह बेलगाम होती हैं और जुबान से आग उगलती हैं। उन्हें किसी धर्म की जानकारी नहीं है, इस्लाम तो अमन का पैगाम देता है।’
बता दें नुसरत ने कुछ दिनों पहले ही कोलकाता के कारोबारी निखिल जैन संग सात फेरे लिए हैं। शादी के बाद वह लोकसभा में शपथ लेने पहुंचीं थीं। इस दौरान वह पारंपरिक अंदाज में नजर आईं। इसके बाद देवबंदी उलेमा ने इस पर एतराज जताया था।