चैतन्य भारत न्यूज
कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सौभाग्य पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल ये पर्व 19 नवंबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। ये पर्व मां लक्ष्मी को दिवाली जितना ही प्रिय है। इस दिन मां लक्ष्मी के पूजन से जीवन की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इस पर्व को व्यापार में वृद्धि के रूप में बहुत ही शुभ माना जाता है। सौभाग्य पंचमी को ज्ञान पंचमी या लाभ पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है।
लाभ पंचमी कब है और शुभ मुहूर्त
- लाभ पंचमी गुरुवार 19 नवंबर 2020
- लाभ पंचमी पूजा मुहूर्त/समय : – प्रातः 6:51 से प्रातः 10:21 तक
- अवधि : – 3 घंटे 30 मिनट
- पंचमी तीथि आरंभ: – 18 नवंबर-2020 को सुबह 11:15 बजे
- पंचमी तीथि समाप्त: – 19:58-नवंबर -20 को सुबह 9:58 बजे
लाभ पंचमी का महत्व
लाभ पंचमी को सौभाग्य वर्धन करने वाला दिन माना गया है। इसे ज्ञान पंचमी के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है।
पूजन व व्रत विधि
- प्रात: जल्दी उठकर स्नान करें।
- भगवान सूर्य को जल दें।
- भगवान गणेश और मां लक्ष्मी जी की प्रतिमाओं के सामने बैठें और उनका पूजन करें।
- गणपति जी को चंदन, सिंदूर, अक्षत, फूल, दूर्वा आदि अर्पित करें।
- मां लक्ष्मी को गुलाब अर्पित करें। लाल वस्त्र, इत्र, फल आदि अर्पित करें।
- भगवान श्रीगणेश को मोदक और भगवान शिव को दूध से बने पकवान का भोग लगाएं।