चैतन्य भारत न्यूज
शनि हर ढाई साल में अपनी राशि बदल देते हैं। इस प्रकार एक राशि में दोबारा लगभग 30 वर्ष में आ पाते हैं। ऐसे में 24 जनवरी को शनि, धनु राशि से अपनी स्वराशि मकर में प्रवेश करेंगे। खास बात यह है कि मौनी अमावस्या भी इसी दिन पड़ रही है। शनि और अमावस्या का रिश्ता बहुत पुराना है। ज्योतिषी के मुताबिक, करीब 150 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है। तो आइए जानते हैं शनि का मकर राशि में प्रवेश किन-किन राशियों को प्रभावित करेगा।
ऐसा रहेगा राशियों पर प्रभाव
- मेष : राज्य में वृद्धि, पिता से लाभ, परिश्रम में वृद्धि वाहन सुख।
- वृष : पराक्रम में वृद्धि, भाग्य में वृद्धि, राज्य से लाभ, रोग व ऋण शत्रु पर विजय।
- मिथुन : पराक्रम में कमी, धन में वृद्धि।
- कर्क : दांपत्य सुख, सरकारी लाभ, मन अशांत
- सिंह : रोग, ऋण शत्रुओं की पराजय, मन अशांत, विदेश यात्रा।
- कन्या : अध्ययन-अध्यापन में वृद्धि, आय के साधन में वृद्धि, संतान पर खर्च।
- तुला : जमीन जायदाद से लाभ, परिश्रम में वृद्धि, शत्रु पर विजय।
- वृश्चिक : पराक्रम में वृद्धि, भाग्य व सम्मान में वृद्धि, पिता का सहयोग।
- धनु : पेट व पैर की समस्या, धन में वृद्धि, गृह व वाहन पर खर्च।
- मकर : दांपत्य में तनाव, माता-पिता को कष्ट, प्रतिष्ठा में वृद्धि, मानसिक तनाव।
- कुंभ : आंख में कष्ट, व्यवसाय में अवरोध, पिता का सानिध्य, मुंह में कष्ट।
- मीन : आय में वृद्धि, अध्ययन में अवरोध, सिर दर्द की समस्या, मानसिक तनाव।
साढ़ेसाती से बचने के उपाय
कहा जाता है कि शनि कर्म के कारक हैं। वे कर्मों के अनुसार फल देते हैं। प्रभावित राशि के जातकों को साढ़ेसाती के बचने के लिए शनि स्रोत का पाठ करना चाहिए। साथ ही गरीब, असहाय की सेवा करना चाहिए। सुंदर कांड का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा कौआ को दाना डालना चाहिए।