चैतन्य भारत न्यूज
आज यानी 21 जून को साल का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण है। भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण सुबह 09 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा जो कि दोपहर 3 बजकर 04 मिनट तक चलेगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण 5 घंटे से ज्यादा तक चलेगा। कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि आखिर हर साल आने वाला यह सूर्य ग्रहण होता क्या है? तो हम आपको आज बता रहे हैं कि आखिर क्या होता है सूर्य ग्रहण और यह लगता कैसे है?
क्या होता है सूर्य ग्रहण
पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है और साथ-साथ वह सौरमंडल में सूर्य के चक्कर भी लगाती है। पृथ्वी का खुद का एक उपग्रह है जिसका नाम है चांद या चंद्रमा जो पृथ्वी के चक्कर लगाता है। इस दौरान जब भी चंद्रमा अपनी धूरी पर चलता हुआ सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तो उस समय पृथ्वी पर सूर्य दिखना बंद हो जाता है। इसे सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण पर इन कामों को न करें
शास्त्रों में ग्रहण के समय को अशुभ माना गया है ऐसे में ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं किया जाता। ग्रहण के दौरान मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं। ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ग्रहण में शरीर पर तेल की मालिश नहीं करनी चाहिए। ग्रहण के दौरान और सूतक काल के शुरू होने पर खाने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालना चाहिए।
ग्रहण के बाद क्या करें
ग्रहण के खत्म होने के बाद नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए। फिर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करके भगवान का स्नान करा कर पूजा-पाठ करना चाहिए।