चैतन्य भारत न्यूज
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को चौथी बार कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया। साल 2004 से सोनिया लगातार इस पद पर जमी हुईं हैं। बता दें शनिवार को संसद भवन में कांग्रेस के 52 नवनिर्वाचित सांसदों, राज्यसभा सदस्यों और महासचिवों की बैठक हुई थी। इस बैठक में सोनिया को संसदीय दल का नेता बनाया गया।
सोनिया ने 12 करोड़ मतदाताओं का कांग्रेस पर भरोसा जताने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, ‘पार्टी मौजूदा चुनौतियों के सामने अडिग है और दोबारा उठ खड़ी होगी। हम जनता के अधिकारों के लिए सड़क और संसद दोनों जगह लड़ेंगे।’ सोनिया ने संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘यह समय हमारे लिए अभूतपूर्व संकट का है। लेकिन इसमें ही अभूतपूर्व अवसर भी निहित हैं। यह हमरे ऊपर निर्भर है कि इसे हम कितनी विनम्रता और आत्मविश्वास के साथ लेते हैं। हार से सही सबक सीखने की आवश्यकता है। भारत की जनता को हमसे सम्मानपूवर्क जनादेश स्वीकार करने और साथ ही खुद में सुधार की अपेक्षा है। हमें पता है कि हमारे सामने क्या-क्या चुनौतियां हैं? लेकिन हम फिर वापसी करेंगे। हम अपना हौसला नहीं खोएंगे। हम सरकार को उसके वादे याद दिलाते रहेंगे।’
इस बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि, ‘सभी कांग्रेस सदस्य संविधान और बिना भेदभाव के भारत के हर नागरिक के लिए लड़ता रहेगा।’ बता दें इस संसदीय बैठक में नई सरकार बनने के बाद 17 जून से शुरू होने वाले संसदीय सत्र के मुद्दों पर भी चर्चा हुई।