चैतन्य भारत न्यूज
छोटे दुकानदार हो, बेकरी वाले हो या फिर हलवाई हो हर कोई सामान पैक करने के लिए स्टेपल पिन का इस्तेमाल करते हैं। ये स्टेपल पिन सामान को तो नुकसान पहुंचाती ही है साथ ही अगर गलती से पेट में पहुंच गई तो सेहत को भी कई नुकसान पहुंचा सकती है। लेकिन अब कोई भी दुकानदार इन पिनों का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।
दरअसल देशभर में इनके खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा। इतना ही नहीं बल्कि, भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने सभी राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों को निर्देश भी दे दिए हैं। खबरों के मुताबिक एक अफसर ने कहा कि, देशभर में प्रोसेस्ड और अनप्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में पिन निकलने की शिकायतें मिल रही हैं।
जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा कि, खाने-पीने की चीजों के कारोबार में शामिल बहुत से लोग स्टेपल पिन का इस्तेमाल करते हैं। ज्यादातर छोटे दुकानदार खाद्य पदार्थों को पैक करने में स्टेपल पिन का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्राधिकरण ने कहा कि, खाने-पीने के सामानों में इस्तेमाल की गई ये पिनें खाद्य सुरक्षा को भी खतरा पैदा करती हैं साथ ही उपभोक्ता की सुरक्षा के लिए भी चुनौती है।
एफएसएसएआइ के निदेशक डॉक्टर शोभित जैन का कहना है कि, खाने-पीने के सामानों को प्लास्टिक और पेपर के थैलों में पैक किए जाने के लिए पिन का उपयोग जल्द ही बंद किए जाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि, इसके लिए ग्राहकों और दुकानदारों को जागरूक किया जाएगा।