चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. बुधवार सुबह दिल्ली-एनसीआर की हवा और ज्यादा जहरीली हो गई है। प्रदूषण मापने वाली एजेंसियों के मुताबिक, इस बढ़ते प्रदूषण की एक सबसे बड़ी वजह पंजाब और आसपास के राज्यों में जलाई जाने वाली पराली (Stubble burning) है। इसके कारण ही प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
प्रदूषण एजेंसियों का यह दावा नासा द्वारा शेयर की गई एक ताजा तस्वीर से साबित भी हो रहा है। दरअसल नासा ने दिल्ली से लगे कुछ राज्यों की सेटेलाइट तस्वीर जारी की है, जिसमें ‘रेड स्पॉट’ खेतों में पड़े पराली में लगाई गई आग को दर्शाती है। तस्वीर शेयर कर नासा ने कहा कि, ‘बीते कुछ दिनों में पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और यही वजह है कि दिल्ली और आसपास के राज्यों में प्रदूषण का स्तर पहले से और खराब हो रहा है।’
लगातार प्रदूषण बढ़ता देख दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा कि, ‘मैं पंजाब और हरियाणा की सरकार से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि वह दिल्ली को गैस चेंबर बनने से रोकने के लिए कोई सख्त कदम उठाएं। हम अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रहे हैं और यह प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।’ साथ ही मुख्यमंत्री ने नासा द्वारा शेयर की गई तस्वीर का हवाला देते हुए कहा कि, ‘इन तस्वीरों में साफ तौर पर दिख रहा है कि पराली जलाने की घटनाएं पहले से कम होने की जगह दिन पर दिन बढ़ रही हैं।’
दिल्ली वसियों की ओर से मेरी पंजाब हरियाणा की सरकारों से हाथ जोड़ कर अपील है कि तुरंत कुछ ठोस क़दम उठायें और दिल्ली को गैस चेम्बर बनने से बचायें।
हमारे स्तर पर हम हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं और करते रहेंगे। https://t.co/Tlylgzo334
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 29, 2019
पराली जलने के अलावा दीवाली पर जलाए गए पटाखों ने भी दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता को तेजी से खराब करने में जबरदस्त भूमिका निभाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में इस साल दिवाली से पहले हवा बेहद स्वच्छ थी लेकिन दिवाली की रात से ही प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हुई है। पटाखों के कारण शाम 5 बजे से रात 1 बजे के बीच में पीएम (हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण) में 10 गुना वृद्धि हो गई। इस कारण कई जगहों पर तो सांस लेना भी मुश्किल हो गया था।
जानकारी के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की घटनाएं 1654 से बढ़कर 2577 तक पहुंच गई हैं। हवा के बहने की दिशा दिल्ली की तरफ है, इसलिए प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। हालांकि, 1 नवंबर को हवा की दिशा फिर बदल सकती है, जिससे प्रदूषण में कमी आ सकती है।