चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. हैदराबाद में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों के एनकाउंटर पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने बड़ा बयान दिया है। जोधपुर में एक कार्यक्रम के दौरान जस्टिस बोबडे ने कहा कि, ‘न्याय कभी भी आनन-फानन में किया नहीं जाना चाहिए।’ उन्होंने यह भी कहा कि, ‘यदि न्याय बदले की भावना से किया जाए तो अपना मूल चरित्र खो देता है।’
जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट की नई इमारत के उद्घाटन समारोह में जस्टिस बोबडे ने कहा कि, ‘मैं नहीं समझता हूं कि न्याय कभी भी जल्दबाजी में किया जाना चाहिए, मैं समझता हूं कि अगर न्याय बदले की भावना से किया जाए तो ये अपना मूल स्वरूप खो देता है।’ उन्होंने कहा कि न्याय को कभी भी बदले का रूप नहीं लेना चाहिए।
#WATCH: Chief Justice of India (CJI) Sharad Arvind Bobde: I don’t think justice can ever be or ought to be instant. And justice must never ever take the form of revenge. I believe justice loses its character of justice if it becomes a revenge. pic.twitter.com/oKIHKecHqt
— ANI (@ANI) December 7, 2019
क्या है मामला
बता दें तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ चार दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर उसे जिंदा जला दिया था। शुक्रवार को पुलिस ने एनकाउंटर कर चारों आरोपितों को मार गिराया। दरअसल, आरोपित
हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर दूर शादनगर के पास चटनपल्ली में पुलिस के हथियार छीनने की कोशिश के बाद भाग रहे थे। इस दौरान पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए चारों को मार गिराया। जानकारी के मुताबिक, पुलिस आरोपितों को दुष्कर्म की रात मौका-ए-वारदात का क्राइम सीन समझने के लिए वो इन आरोपियों को लेकर वहां गई थी।