चैतन्य भारत न्यूज
कमलनाथ सरकार प्रदेश में ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ टेंपल मैनेजमेंट’ खोलने जा रही है। इंस्टीट्यूट में प्रदेश के सभी मठ-मंदिरों के पुजारियों को बेहतर प्रबंधन के गुर सिखाए जाएंगे। कहा जा रहा है कि, इंजीनियरिंग की तर्ज पर इस संस्थान की छह ब्रांच होंगी जिनमें पुजारी इंजीनियरिंग व फाइनेंस जैसी पढ़ाई करेंगे। इसके अलावा संस्थान धार्मिक स्थलों की जरूरतें और अपेक्षाओं पर भी जानकारी देगा। जानकारी के मुताबिक, सरकार ने पांच साल के हिसाब से इस संस्थान की प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है। बताया जा रहा है कि, इस संस्थान की स्थापना भोपाल में ही की जाएगी।
संस्थान का मुख्य उद्देश्य
संस्थान का संचालन प्रतिष्ठित आचार्य और विद्वानों के नेतृत्व में गठित संचालक मंडल करेगा। इसमें मंदिरों से जुड़ी गतिविधियां जैसे वेद विद्यालय, आगम शालाएं, संस्कृत पाठन, मंदिर सरोवर, धर्म ग्रंथालय का विकास और वास्तु शास्त्र का निर्माण इसके जरिए किया जाएगा।
इन ब्रांचेज में होगी पढ़ाई
- पूजा पद्धति, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर और विकास।
- मंदिर की कार्यप्रणाली, अधिकार और स्वायत्ता।
- मंदिर की धार्मिक- सामाजिक जिम्मेदारी।
- मंदिर का इतिहास, विरासत, कला, संस्कृति।
लगभग 50 करोड़ होंगे खर्च
जानकारी के मुताबिक, संस्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर व प्रबंधन पर करीब 50 करोड़ खर्च होंगे। अध्यात्म विभाग की कोशिश है कि, यह राशि केंद्र सरकार से प्राप्त की जाए। कहा जा रहा है कि, इसके लिए वित्त आयोग को भी डीपीआर भेजी गई है।
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