चैतन्य भारत न्यूज
पणजी. गोवा में चल रहे मशहूर सनबर्न फेस्टिवल में ईडीएम (इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूजिक) में अब तक तीन लोगों की मौत हो गई। पर्यटकों की मौत के पीछे की वजह मादक पदार्थ की अधिक खुराक बताई जा रही है। हालांकि उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है।
गोवा के एसपी उत्कर्ष प्रसून ने बताया कि, बेंगलुरु निवासी संदीप कोट्टा को दौरा पड़ गया, जिसके बाद उन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल में ले जाया गया। इलाज के दौरान संदीप ने दम तोड़ दिया। इसके बाद रविवार रात को संदीप का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इससे पहले गोवा घूमने आए आंध्र प्रदेश के दो पर्यटकों की शुक्रवार को एंट्री गेट पर गिरने के बाद मौत हो गई थी। दोनों टूरिस्ट को गिरने के बाद मापुसा के अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
इस बीच गोवा के पर्यटन मंत्री मनोहर अजगांवकर ने कहा कि, ‘इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूजिक (ईडीएम) फेस्टिवल साल में तीन बार होना चाहिए क्योंकि इससे राज्य को 300 करोड़ रुपए तक मुनाफा होता है।’ वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र अरलेकर का कहना है कि, वह यह समझ नहीं पा रहे हैं कि इस तरह के इवेंट्स से राज्य को क्या मिलता है? उन्होंने कहा कि, ‘सिर्फ पैसों के अलावा मुझे नहीं लगता कि राज्य को इससे कुछ मिलता भी है। यहां तक कि हम इस तरह के इवेंट्स से बहुत कुछ खो भी रहे हैं। क्या हम इस क्षेत्र में अपनी प्राथमिकताओं को फिर से परिभाषित नहीं कर सकते?’
क्या होता है सनबर्न फेस्टिवल?
सनबर्न फेस्टिवल एशिया के सबसे बड़े म्यूजिक फेस्टिवल्स में से एक है। हर साल 28 दिसंबर से 31 दिसंबर तक होने वाले इस फेस्टिवल में सबसे ज्यादा सैलानी आते हैं। सैलानियों में विदेशी भी शामिल होते हैं। यह इवेंट मौज मस्ती से भरा होता है। इस फेस्टिवल में कई तरह के एडवेंचरों के साथ शराब पीना आम बात होती है। यहां हर साल भारी मात्रा में युवा पहुंचते हैं। इस फेस्टिवल की शुरुआत साल 2007 में हुई थी। जानकारी के मुताबिक, साल 2015 में 45 देशों से आए सैलानियों ने इस फेस्टिवल में हिस्सा लिया था। इस फेस्टिवल में डीजे-बैंड म्यूजिक, ऐक्वा रॉलिंग, ट्विन साइकलिंग, जंपिंग कासल, एयर बलून से उड़ान जैसे एडवेंचर भी होते हैं।