चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. 16 अप्रैल को भारतीय रेलवे का 167वां स्थापना दिवस है। साल 1853 में आज ही के दिन पहली बार हमारे देश में ट्रेन का संचालन हुआ था। इतने सालों में यह पहली बार है जब रेलवे स्थापना दिवस पर यात्री ट्रेनों के पहिये थमे रहेंगे।
बता दें देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते 3 मई तक लॉकडाउन लागू है। ऐसे में यात्री रेल सेवा भी बंद है। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि, रेलवे के इतिहास में यह पहली बार है जब इतने दिनों तक यात्री रेल सेवाएं बंद की गई है। विश्व युद्ध ,1947 के दौरान हुई रेल हड़ताल, राष्ट्रीय या प्राकृतिक आपदा के बीच भी कभी इतने दिनों तक यात्री रेल संचालन बाधित नहीं रहा है। मुंबई में भी कभी भारी बारिश में या आतंकी हमले और बम धमाके के बाद भी इतनों दिनों तक रेल सेवा नहीं रोकी गई। ऐसे में यह लॉकडाउन अभूतपूर्व है।
रेलवे प्रवक्ता ने यह भी कहा कि, साल 1974 की रेल हड़ताल भी असाधारण थी और तब कर्मचारी काम पर नहीं आ रहे थे और कर्मचारी संघ बातचीत कर रहे थे। लेकिन फिर भी अंतिम दिनों में आवश्यक सामग्री की ढुलाई के लिए ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया था। यह हड़ताल 8 से 27 मई तक चली थी।
मुंबई में तैनात पश्चिमी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, ‘मुझे याद है कि साल 2006 जुलाई में ट्रेनों में सिलसिलेवार धमाके हुए थे। इससे ट्रेनों को भी नुकसान हुआ था, लेकिन हम परिचालन रोकने को तैयार नहीं थे। घटना के चार घंटे के भीतर हमने ट्रेनों का परिचालन शुरू भी कर दिया था।’ उन्होंने आगे कहा कि, कुछ सालों पहले भारी बारिश और बाढ़ की वजह से नालासोपारा इलाके में ट्रेनों का आवागमन रोकना पड़ा था, लेकिन दूसरे इलाकों में परिचालन जारी रहा था।