चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 11 बजे लोकसभा में मोदी सरकार का आम बजट पेश किया। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर चुनौतियों का सामना कर रही मोदी सरकार के इस बजट से किसानों, युवाओं, मध्यम वर्ग सभी को काफी उम्मीदें हैं।
निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में कहा कि, ‘लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सरकार को बहुमत मिला, 2019 के चुनाव नतीजे हमारी नीतियों पर मिले जनादेश हैं। लोगों ने हमारी सरकार पर भरोसा जताया है, ये बजट देश की आकांक्षाओं का बजट है।’
#WATCH Live: FM Nirmala Sitharaman presents Union Budget 2020-21 (source: LS TV) https://t.co/5D2tasLNgN
— ANI (@ANI) February 1, 2020
निर्मला सीतारमण ने कहा कि, ‘जीएसटी को बनाने वाले आज हमारे साथ नहीं हैं, मैं अरुण जेटली जी को श्रद्धांजलि देती हूं। देश के लोगों की सेवा के लिए हमारी सरकार ने एक देश एक टैक्स कानून लागू करने का फैसला लिया। जीएसटी का कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है और हाल ही में इसने 1 लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा पार किया है। जीएसटी काउंसिल की ओर से लोगों की समस्याओं को सुना जा रहा है। एक पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार के द्वारा भेजा गया पैसा गरीबों तक नहीं पहुंचता है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने इस दुविधा को दूर किया। अब लोगों के खाते में सीधे पैसे जाते हैं।’
वित्त मंत्री ने कहा कि, ‘हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर आगे बढ़ रही है। भारत आज दुनिया में बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं की अगुवाई क रहा है। 2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार की नीतियों की वजह से 284 बिलियन डॉलर की FDI आई, जिसने कारोबार को बढ़ाया।’
निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि, ‘अप्रैल 2020 में गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी GST का आसान वर्जन आएगा। इससे छोटे व्यापारियों को आसानी होगी। मोदी के नेतृत्व में सरकार जोश के साथ देश की सेवा कर रही है। देश को हम पर भरोसा है।’
उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार का ऋण घटकर अब 48.7 फीसदी पर आ गया है। इस बजट में तीन बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है, इनमें उम्मीदों का भारत, इकोनॉमिक डेवलेपमेंट और केयरिंग समाज को शामिल किया जा रहा है।’ निर्मला सीतारमण ने इस दौरान कश्मीरी में एक शेर पढ़ा। उन्होंने भाषण में कहा कि, ‘हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन-तेरा वतन-हमारा वतन-दुनिया का सबसे प्यारा वतन।’