चैतन्य भारत न्यूज
गुजरात. वडोदरा की ट्रैफिक पुलिस ने शहरवासियों के लिए एक अनोखा फैसला किया है। दरअसल वडोदरा में भारी बारिश और विश्वामित्री नदी के उफान के चलते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इस दौरान लोगों को बचाने में एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर जुटे हैं। बता दें 15 अगस्त तक शहर में ट्रैफिक सिग्नल के कानून न मानने वालों से किसी तरह का जुर्माना नहीं वसूला जाएगा। पुलिस ने बारिश से आई भीषण बाढ़ से जूझ रहे शहर वालों को उबारने के लिए यह फैसला लिया गया है।
Gujarat: Flooding in Navsari following incessant rainfall in the state. pic.twitter.com/6QFCPvLGqG
— ANI (@ANI) August 4, 2019
जानकारी के मुताबिक, वडोदरा में बारिश और जलभराव की वजह से करीब 7000 कारें और 50 हजार दुपहियों में पानी भरा गया है। कहा जा रहा है कि इन सभी की मरम्मत करने और वापस इन्हें उपयोग में लेने लायक बनाने पर लोगों के करीब 23 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
Gujarat: Two Indian Air Force helicopters rescue people stuck in flood at Mendhar village of Gandevi taluka in Navsari district. pic.twitter.com/uMEd5fQhev
— ANI (@ANI) August 4, 2019
वडोदरा की ट्रैफिक एसीपी अमिता वानाणी का कहना है कि, ‘पुलिस ने मानवीय आधार पर यह फैसला किया है। 15 अगस्त यानी अगले 8 दिन तक शहर में लोगों को ट्रैफिक के कानून न मानने पर जुर्माने से राहत दी जाएगी। क्योंकि वे पहले ही काफी दिक्कतों से जूझ रहे हैं।’ बता दें, 31 जुलाई को एक ही दिन में वडोदरा में 20 इंच बारिश हुई थी। इतना ही नहीं बल्कि विश्वामित्री नदी के उफान आने पर मगरमच्छ शहर की सड़कों पर निकल आएं हैं। इन्हें पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम जुटी हुई है।
कार ठीक होने में लगेगा डेढ़ महीने का समय
पानी में डूबी हुई कारों की मरम्मत के लिए मैकेनिक डेढ़ महीने का समय मांग रहे हैं। खबरों के मुताबिक, पहले ऐसी कारों को ठीक किया जा रहा है जिनके केवल पहिए पानी में डूबे थे और जो बंद हो गई थीं। जबकि ऐसी करें जो काफी लंबे समय से पूरी तरह पानी में डूबी हुई थी उन्हें ठीक करने के लिए मैकेनिक कम से कम डेढ़ महीने का समय मांग रहे हैं।
नए कानून के तहत जुर्माना
सीट बेल्ट : 1000 रुपए
बगैर इंश्योरेंस : 2000 रुपए
बगैर लाइसेंस : 5000 रुपए
खतरनाक ड्राइविंग : 5000 रुपए
नशे में ड्राइविंग : 1000 रुपए
स्पीडिंग/ रेसिंग : 5000 रुपए