चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप से इजरायल स्पाईवेयर ‘पेगासस’ के जरिए वैश्विक स्तर पर भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी करने की बात सामने आई थी, जिसके बाद व्हाट्सएप भारत सरकार के निशाने पर आ गया। शुक्रवार को व्हाट्सएप ने अपनी सफाई में बयान जारी किया है।
Sources: WhatsApp had given information to CERT-IN, a government agency as seen in the attached image in May. As is seen in the image, it is a communication in pure technical jargon without any mention of Pegasus or the extent of breach. pic.twitter.com/RPIgIntu1X
— ANI (@ANI) November 1, 2019
व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा कि, ‘यूजर्स की निजता और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। मई माह में हमने सुरक्षा से जुड़ा मामला जल्द सुलझा लिया था और इसे लेकर भारत सरकार के अधिकारियों को सूचित किया था। हमने इस मामले में कड़े कदम उठाए हैं। हम भारत सरकार की सभी नागरिकों की गोपनीयता को सुरक्षित रखने की आवश्यकता पर उनके साथ खड़े है।’ प्रवक्ता ने आगे कहा कि, ‘हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी यूजर्स के डेटा के साथ किसी तरह का खिलवाड़ ना हो। व्हाट्सएप यूजर्स के मैसेज की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।’
WhatsApp Spokesperson: We agree with the government of India, it is critical that together we do all we can to protect users from hackers attempting to weaken security. WhatsApp remains committed to the protection of all user messages through the product we provide. https://t.co/pmLsOlBztH
— ANI (@ANI) November 1, 2019
बता दें गुरुवार को व्हाट्सएप ने इजरायल की साइबर खुफिया कंपनी एनएसओ समूह पर आरोप लगाया था कि, ‘वह मैसेजिंग सेवा व्हाट्सएप के जरिए पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अन्य की साइबर जासूसी कर रही है।’ गुरुवार को यह मामला सामने आने के बाद विपक्ष ने एक बार फिर मोदी सरकार को निशाने पर लिया, लेकिन केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि, ये सिर्फ सरकार को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।
Government of India is concerned at the breach of privacy of citizens of India on the messaging platform Whatsapp. We have asked Whatsapp to explain the kind of breach and what it is doing to safeguard the privacy of millions of Indian citizens. 1/4 pic.twitter.com/YI9Fg1fWro
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) October 31, 2019
जानकारी के मुताबिक, भारत सरकार को व्हाट्सएप पर जासूसी मामले में साजिश कराने का शक है। टेलीकॉम मंत्रालय भी लगातार व्हाट्सएप से मैसेज के सोर्स सुरक्षा एजेंसियों को डिस्क्लोज करने की मांग कर रहा है , लेकिन व्हाट्सएप हर बार ही यूजर्स की प्राइवेसी का हवाला देकर सरकार की बात को टाल रहा है। इसके अलावा यूएस, यूके और ऑस्ट्रेलिया भी भारत की मांग के बाद व्हाट्सएप पर दबाव बना रहे हैं।