चैतन्य भारत न्यूज
बच्चों का पालन-पोषण करने की जिम्मेदारी जितनी मां की होती है उतनी ही पिता की भी होती है। इसलिए इन दिनों कई कंपनियां मैटर्निटी लीव की तरह पैटर्निटी लीव देने की ओर कदम बढ़ा रही हैं। इस कड़ी में ऑनलाइन ऑर्डरिंग और फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो का नाम भी जुड़ गया है। सोमवार को जोमैटो ने एक बड़ी घोषणा की। जोमैटो ने कहा कि, वह भारत में अपने पुरुष कर्मचारियों को पिता बनने पर 26 सप्ताह की पैटर्निटी लीव देगा।
सरकारी नियमों के मुताबिक, किसी भी कामकाजी गर्भवती महिला को अपने बच्चे की देखभाल करने के लिए 26 हफ्ते यानी करीब 6 महीने की छुट्टी मिलती है। इस छुट्टी को मैटर्निटी लीव कहा जाता है। भारत में पुरुषों के लिए ये सुविधा बहुत छोटे स्तर पर है। लेकिन अब जोमैटो की ओर से यह पहल की गई है जिससे कि पुरुष भी अब पैटर्निटी लीव का फायदा उठाकर अपने बच्चे की देखभाल कर सकते हैं। जोमैटो की ये नई पॉलिसी सेरोगेसी, एडॉप्शन और समलैंगिक पार्टनरों पर भी लागू होगी। इतना ही नहीं बल्कि ये कंपनी छुट्टी देने के अलावा अपने कर्मचारी को प्रति बच्चा 1,000 डॉलर यानी करीब 70 हजार रुपए की सहायता राशि भी प्रदान करेगी।
जोमैटो की ये पॉलिसी उन पुरुषों पर भी लागू होगी जो पिछले 6 महीने में पिता बने हैं। जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने इस बारे में कहा कि, ‘नए बच्चे का इस दुनिया में स्वागत करने को लेकर महिला और पुरुषों के लिए छुट्टियों की अलग-अलग व्यवस्था बहुत असंतुलित है। हम दुनियाभर में अपनी महिला कर्मचारियों को 26 हफ्तों का सशुल्क मैटरनिटी लीव दे रहे हैं। लेकिन हम अपने पुरुष कर्मचारियों को भी यही सुविधा प्रदान करेंगे।’ गौरतलब है कि, जोमैटो के अलावा एक बड़ी फर्नीचर कंपनी आइकिया भी अपने पुरुष कर्मचारियों को छह महीने की पैटर्निटी लीव देती है।